NCERT Solutions for Class 11-science Hindi Chapter 7 - Mannu Bhandari
Chapter 7 - Mannu Bhandari Exercise प्रश्न-अभ्यास
रजनी ने अमित के मुद्दे को गंभीरता से लिया, क्योंकि वह अन्याय के विरुद्ध आवाज़ उठाने की सामर्थ्य रखती थी।
शिक्षा निर्देशक रजनी द्वारा की गई ट्यूशन रैकेट की शिकायत को सहजता से लेते हुए उसे कहते है कि जब किसी का बच्चा कमजोर होता है, तभी उसके माँ-बाप ट्यूशन लगवाते हैं। अगर लगे कि कोई टीचर लूट रहा है, तो उस टीचर से न ले ट्यूशन, किसी और के पास चले जाएँ... यह कोई मजबूरी तो है नहीं। शिक्षा निर्देशक द्वारा रजनी को दिया हुआ उत्तर बहुत ही गलत है। इस प्रकार वे अपनी जिम्मेदारियों से भागकर शिक्षकों की गलत नीति को बढ़ावा दे रहे हैं।
- यह बात रजनी के पति रवि ने पेरेंट्स मीटिंग के दौरान कही। रजनी ने भाषण देते वक्त प्राइवेट स्कूल के टीचर्स की समस्याओं का जिक्र किया। कुछ अध्यापकों को अधिक अधिक तनख्वाह पर हस्ताक्षर कराकर कम तनख्वाह दी जाती है। रजनी इस अन्याय का पर्दाफाश करने के लिए उन्हें आंदोलन चलाने की सलाह देती है।
- इससे उसकी सामाजिक दायित्वों के प्रति उदासीनता प्रकट होती है।
- अमित का पर्चा सचमुच खराब होता तो ट्यूशन के रेकेट का पर्दाफाश न होता।
- संपादक रजनी का साथ न देता तो रजनी की आवाज़ ज्यादा जोगों तक न पहुँचती ओर शिक्षक अपने स्कूल के छत्र का ट्यूशन नहीं लेगा यह नियम को मान्यता प्राप्त नहीं होती।
मेरी दृष्टि में गुनहगार दोनों है - जबरदस्ती करके ट्यूशन देनेवाला अध्यापक भी और इसे बढ़ावा देने वाले विद्यार्थी तथा उनके माता पिता भी।
स्त्री के चरित्र की बनी बनाई धारणा के अनुसार स्त्री सहनशील, कोमल और शक्तिहीन होती है। वह संघर्षो से दूर रहती है। इससे विपरीत रजनी एक संघर्षशील, असहनशील और जुझारू महिला है।
यदि मीटिंग दृश्य को फ़िल्माया जाए तो हम निम्नलिखित निर्देश देंगे -
• मीटिंग के अनुरूप तैयार किया हुआ स्टेज तथा बैनर।
• लोगों का जोश में आना।
• रजनी की प्रॉपर डायलॉग्स डिलीवरी आदि।
पटकथा में दृश्य-संख्या का उल्लेख नहीं है, परंतु दृश्य अलग-अलग दिए गए हैं। हम सभी दृश्यों को स्थान के आधार पर अलग-अलग करेंगे।
Chapter 7 - Mannu Bhandari Exercise भाषा की बात
1. काट ही देतीं - भूल ही जाती
स्पष्टीकरण - रजनी कहती है कि यदि वह लीला के घर न आती तो वह उसे मिठाई खिलाने की बात भूल जाती।
2. भोग नहीं लगा - चखाना
स्पष्टीकरण - लीला कहती है कि अमित अब तक रजनी को खिला नहीं लेता, तब तक किसी और को नहीं खिलाता।
3. बस-बस - अधिक कहने की आवश्यकता नहीं
स्पष्टीकरण - संपादक कहता है कि मुझे और अधिक कहने की आवश्यकता नहीं है, मैं सारी बात समझ गया हूँ।
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