Class 11-commerce NCERT Solutions Hindi Chapter 4: Balmukund
Balmukund Exercise प्रश्न-अभ्यास
Solution 1
शिवशंभु की दो गायों की कहानी के माध्यम से लेखक कहना चाहता है कि भारत में बिछड़ने का समय बड़ा पवित्र, बड़ा निर्मल और बड़ा कोमल होता है। बिछड़ते समय वैर-भाव भूलाकर सब शांत हो जाते है। इस पाठ में बताया गया है कि यह भाव भारत के मनुष्य के साथ-साथ पशुओं में भी देखने मिलता है। शिवशंभु की दो गाय थी उसमें से एक दूसरी दुर्बल गाय को मारती थी। फिर भी मारनेवाली गाय के जाने के दुःख में दूसरी गाय ने चारा नहीं खाया।
Solution 2
यहाँ बंग-भंग की ऐतिहासिक घटना की ओर संकेत किया गया है। लॉर्ड कर्जन ने क्रांतिकारी घटनाओं को रोकने के लिए कूट नीति अपनाते हुए बंगाल का विभाजन कर दिया - पूर्वी और पश्चिमी बंगाल। जनता ने बहुत विरोध किया और प्रार्थना की परंतु लॉर्ड कर्जन ने अपनी जिद्द नहीं छोड़ी।
Solution 3
निम्नलिखित कारणों की वजह से लॉर्ड कर्जन को इस्तीफा देना पड़ गया -
• लॉर्ड कर्जन के बंग-भंग के कारण भारतीय उनके विरुद्ध खड़े हो गए।
• लॉर्ड कर्जन एक फ़ौजी अफसर को अपनी इच्छा के पद पर रखना चाहते थे, पर ब्रिटिश सरकार ने उनकी बात न मानी। उन्होंने गुस्से में इस्तीफा दे दिया।
Solution 4
लॉर्ड कर्जन को भारत में जितना मान-सन्मान और जैसी शान-शौकत भोगने मिली, वैसी किसी अन्य शासक को नहीं मिली होगी। देश के सब रईसों ने इनको पहले सलाम किया और बादशाह के भाई को पीछे। जुलूस में इनका हाथी सबसे आगे और सबसे ऊँचा था; हौदा, चँवर, छत्रा आदि सबसे बढ़-चढ़कर थे। इनके एक इशारे पर देश के धनी-मानी लोग हाथ बाँधें खड़े रहते थे। ईश्वर और महाराज एडवर्ड के बाद इस देश में इन्हीं का एक दर्जा था, परंतु इस्तीफा देने के बाद सब कुछ खत्म हो गया। इसकी सिफारिश पर एक आदमी भी नहीं रखा गया। जिद के कारण इसका वैभव नष्ट हो गया।
Solution 5
आपके और यहाँ के निवासियों के बीच में कोई तीसरी शक्ति और भी है यानि लॉर्ड कर्जन और भारत के निवासियों के बीच में तीसरी शक्ति ब्रिटिश सरकार है। यहीं शक्ति लॉर्ड कर्जन और भारत के निवासियों को नियंत्रित कर रही थी।
Solution 6
भारत के लोगों को ब्रिटिश शासक का विरोध करने की आजादी नहीं थी। इस लिए बालमुकुंद गुप्त ने शिवशंभु नामक काल्पनिक पात्र का सहारा लेकर शासन की पोल खोलने की युक्ति निकाली। शिवशंभु सदा भाँग के नशे में मस्त रहता तथा सबके सामने खरी-खरी बातें कहता और ब्रिटिश शासन की बखिया उधेड़ता जो शिवशंभु के चिट्ठे के नाम से जनता तक पहुँचाया जाता।
Solution 7
जी हाँ, हमें यह बात सही लगती है। नादिरशाह तानाशाह था। उसने दिल्ली की जनता का कत्लेआम करवाया था। पर जब आसिफजाह ने तलवार गले में लटकाकर प्रार्थना की तो कत्लेआम रोक दिया। लॉर्ड कर्जन ने बंगाल का विभाजन किया। जनता ने बहुत प्रार्थना की परंतु लॉर्ड कर्जन ने अपनी जिद्द नहीं छोड़ी। इस संदर्भ में कर्जन की जिद्द नादिरशाह से भी बड़ी है।
Solution 8
शासन का अर्थ है– सुव्यवस्था या प्रबंध। शासन व्यवस्था में शासक और प्रजा दोनों की भागीदारी होती है।प्रजा को अपनी बात कहने का पूरा हक है।
इस पाठ में दिया गया है कि लॉर्ड कर्जन जनता पर अपना मनमाना हुक्म चलाता था और जनता की विनती को अनसुनी कर देता था। जो जनता के साथ अन्याय था।
Balmukund Exercise भाषा की बात
Solution 1
यहाँ पधारें शब्द का अर्थ है - सिधारें या जाएँ (विदा हों)।
Solution 2
क. पहले भी इस देश में जो प्रधान शासक हुए, उन्हें अंत में जाना पड़ा।
ख. आप किसलिए आए थे और क्या करके चले?
ग. उनके रखवाने से एक आदमी नौकर न रखा गया।
घ. पर आशीर्वाद देता हूँ कि तू फिर उठे और अपने प्राचीन गौरव और यश को फिर से प्राप्त करे।