CBSE Class 10 Answered
आतंकवाद एक विश्वव्यापी समस्या बन गयी है जिसकी जड़ें कई देशों में फैलती जा रही है। आतंकवाद ने विश्व के विभिन्न देशों के इतिहास पर बड़ा असर डाला है। उन्होंने राजा महाराजाओं, राजनेताओं, सरकारों और आरंभिक समय में राजवंशों के परिवर्तन को भी प्रेरित किया है। आतंकवादी घटनाओं ने व्यक्तियों तथा राष्ट्रों के भाग्य को-और शायद इतिहास के रुख को भी बदला है।
आज सारे विश्व को आतंकवाद ने घेरा हुआ है। अलग-अलग देशों में हिंसक गतिविधियों के अनेकों कारण हो सकते हैं, परन्तु आमतौर पर यह प्रतिशोध की भावना से शुरू होती है। धीरे-धीरे अपनी बात मनवाने के लिए आतंकवाद का प्रयोग एक हथियार के रुप में किया जाता है। तोड़-फोड़,अपहरण,लूट-खसोट,बलात्कार,हत्या आदि करके अपनी बात मनवाते हैं। जहाँ तक हमारा देश का सवाल है, दुःख की बात यह है कि स्वतंत्रता के पश्चात, भारत अपने पड़ोसी देशों कि वजह से एक प्रतिकूल वातावरण का सामना कर रहा है।
भारत बहुत समय से आतंकवाद का शिकार रहा है। भारत के कश्मीर, नागालैंड, पंजाब, असम, बिहार आदि विशेषरूप से आतंक से प्रभावित रहे हैं भारत में आतंकवाद की शुरुआत उसी दिन से हो गई थी जब नागा विद्रोहियों ने अपना झंडा बुलंद किया था। उसके बाद यह आग त्रिपुरा, मणिपुर, मिजोरम होते हुए पंजाब तक पहुँच गया। किसी तरह सख्ती करके पंजाब के आतंकवाद पर काबू पाया, पर देश से आतंकवाद पूरी तरह खत्म नहीं हो सका।
आतंकवाद जीवन के सही बोध के अभाव से जन्म लेता है। जब तक मानव जाति को वह बोध उपलब्ध नहीं कराया जाएगा, मानव जाति को आतंकवाद से मुक्ति मिलने वाली नहीं है। आतंकवाद को समाप्त करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय राजनीतिक, सामाजिक आदि सभी स्तरों से प्रयास किए जाने चाहिए।