Lokbharti Solution for Class 10 Hindi Chapter 15 - छाया
Lokbharti Solution for Class 10 Hindi Chapter 15 - छाया स्वाध्याय
1. कवि छापामारों से माँगा - कुछ धन और एक तख्त
2. घरों को दर्शाने वाली पंक्ति
समृद्ध |
अभावग्रस्त |
जिनके घर में सोने-चाँदी के पलंग और सोफे हैं |
पर जिनके घर बैठने को कुछ भी नहीं |
भावार्थ : प्रस्तुत पंक्ति द्वारा कवि ने यह कहने का प्रयास किया है कि यदि छापे के दौरान अधिकारियों को अधिक धन मिलता है तो वे उस धन को ले जा सकते हैं परंतु अब जब अधिकारियों को घर से कुछ भी प्राप्त नहीं हुआ तो उन्हें कवि की स्थिति देखते हुए कुछ धन देकर जाना चाहिए।
• अलमारी
• रसोई की पीपियाँ
• बच्चों के गुल्लक
• कनस्तर-मटके
1. जिसके घर में अधिक धन हो, तो ले लीजिए और जिसके घर में बिल्कुल धन न हो, उसे कुछ दे दीजिए।
2. फटा हुआ तकिया और टूटी हुई अलमारी
अ |
आ |
अर्थ |
नई कविता में |
सुवर्ण |
काव्य कृतियों में |
चाँदी |
बालों में |
मुद्रा चेहरे पर |
चेहरे पर |
• उनका खिला हुआ चेहरा मुरझा गया
• ह्रदय में रौद्र रस की जगह करुण रस समा गया
• बोले क्षमा कीजिए गलती के लिए
• असफलता पर मन-ही-मन पछताने लगे
• अरण्यकाण्ड - कवि के घर में क्या देखकर छापा मारने वालों का खिला चेहरा मुरझा गया?
• तख्त - लेखक छापा मारने वालों से अपने घर क्या डलवाने के लिए कहता है?
• असफलता - कवि के घर छापा मारने वालों को क्या मिली?
• अनधिकृत - छापा मारने वालों को लेखक से किस प्रकार का अर्थ चाहिए था?
|
सामान्य अर्थ |
कविता के अर्थ में |
सोना |
पीले रंग की एक बहुमूल्य धातु, जो आभूषण बनाने के काम में आती है |
सोना यानी नींद में होना |
चाँदी |
सफेद रंग की एक नर्म मुलायम धातु, जो गहने, सिक्के आदि बनाने के काम में आती है |
सिर के बालों का चाँदी के रूप में सफेद होना |
अर्थ |
संपत्ति, रुपया-पैसा |
कविताओं से |
मुद्रा |
सिक्का, रुपया-पैसा |
हाथ, मुख आदि को कोई भावसूचक स्थिति मुख-चेष्टा |
किसी भी देश का विकास कार्य जनता द्वारा दिए गायों विभिन्न करों से ही होता है। सरकार द्वारा बनाए जाने वाले आवागमन के रास्ते, परिवहन की सुविधाएँ, पर्यटकों के लिए बुनियादी सुविधाएँ, अस्पताल, विद्यालय आदि सब जनता द्वारा दिए करों से ही होता है। अत: यदि हम चाहते हैं कि हमारा देश सुचारू, सुव्यवस्थित और लगातार प्रगति करने तो सभी को अपने हिस्से में आये करों का भुगतान ईमानदारी से करना चाहिए।
Lokbharti Solution for Class 10 Hindi Chapter 15 - छाया उपयोजित लेखन
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Lokbharti - X Class 10 Chapter Solutions
- Chapter 1 - भारत महिमा
- Chapter 2 - लक्ष्मी
- Chapter 3 - वाह रे! हमदर्द
- Chapter 4 - मन
- Chapter 5 - गोवा: जैसे मैंने देखा
- Chapter 6 - गिरिधर नगर
- Chapter 7 - खुला आकाश
- Chapter 8 - गजल
- Chapter 9 - रीढ़ की हड्डी
- Chapter 10 - ठेस
- Chapter 11 - कृषक का गान
- Chapter 12 - बरषहिं जलद
- Chapter 13 - दो लघु कथाएँ
- Chapter 14 - श्रम साधना
- Chapter 15 - छाया
- Chapter 16 - ईमानदारी की प्रतिमूर्ति
- Chapter 17 - हम इस धरती की संतति
- Chapter 18 - महिला आश्रम
- Chapter 19 - अपनी गंध नहीं बेचूँगा
- Chapter 20 - जब तक जिंदा रहूँ, लिखता रहूँ
- Chapter 21 - बूढी काकी
- Chapter 22 - समता की ओर