Lokbharti Solution for Class 10 Hindi Chapter 5 - गोवा: जैसे मैंने देखा
Lokbharti Solution for Class 10 Hindi Chapter 5 - गोवा: जैसे मैंने देखा स्वाध्याय
1. सुबह जल्दी उठना
2. फटाफट नाश्ता करना
3. दिन-भर घूम-फिर कर थककर रिसॉर्ट लौटना
4. थकान मिटाने के लिए पुल में तैरना
1. गोवा की प्रकृति
2. गोवा की आबोहवा
3. वहाँ की जीवनशैली
4. मन तरोताजा करनेवाली शीतल हवा
1. नीले पानीवाला पथरीला - अंजुना बीच
2. रेतीला उथला - बेनालियम बीच
3. सबसे लंबा - कलिंगवुड बीच
4. मछुआरों की पहली पसंद - बेनालियम बीच
• हरीतिमा से भरपूर
• खूबसूरत सफेद रेतीले समुद्र तट
• चन्द्रमा की चाँदनी में नहाया समुद्र
• गहरा नीला पानी
• नवरात्रि की परंपरा - घरों, गली-मुहल्लों में माँ दुर्गा की घट स्थापना की जाती है और लड़कियों द्वारा गरबा का पर्व मनाया जाता है।
• दशहरा की परंपरा - सुबह लोग अपने वाहनों की सफाई करके पूजा करते हैं। शाम को भगवान की एक पालकी मंदिर ले जाते हैं और एक विशेष पेड़ की पत्तियाँ तोड़कर एक-दूसरे को देते हैं। अन्य स्थानों की तरह यहाँ पर रावण का पुतला कभी-भी जलाया नहीं जाता है।
यह बीच उथला और रेतीला है। यहाँ सुबह-सुबह बड़ी मात्रा में मछलियाँ पकड़ी जाती हैं। यह बीच मछुवारों की पहली पसंद है।
यह बीच गहरा और नीले पानीवाला खूबसूरत है। इस पथरीले बीच के एक ओर लंबी-सी पहाड़ी है। यह बीच बॉलीवुड की पहली पसंद है यहाँ पर कई हिट फिल्मों की शूटिंग हुई है।
यह बीच काफी रेतीला है। यह बीच तीन से चार किलोमीटर तक फैला हुआ है। यह गोवा का सबसे लंबा बीच है।
शब्द |
विलोम |
पर्यायवाची |
उपसर्ग |
प्रत्यय |
दृश्य |
श्रव्य |
नजारा |
अदृश्य |
दृश्यता |
Lokbharti Solution for Class 10 Hindi Chapter 5 - गोवा: जैसे मैंने देखा अभिव्यक्ति
प्रकृति सभी के जीवन का महत्वपूर्ण और अविभाज्य अंग है। हमारे आस-पास सब कुछ प्रकृति है जो बहुत खूबसूरत पर्यावरण से घिरी हुई है। हम हर पल इसे देख सकते है और इसका लुफ्त उठा सकते है।
प्रकृति हमारी वास्तविक माँ की तरह की होती है जो हमें कभी नुकसान नहीं पहुँचाती बल्कि हमारा पालन-पोषण करती है।
हमारे स्वस्थ जीवन के लिये प्रकृति बहुत जरुरी है। इसलिये हमें इसको खुद के लिये और अगली पीढ़ी के लिये संरक्षित रखना चाहिये। हमें पेड़ों और जंगलों को नहीं काटना चाहिये, हमें अपने गलत कार्यों से महासागर, नदी और ओजोन परत को नुकसान नहीं पहुँचाना चाहिये, ग्रीन हाउस गैस को नहीं बढ़ाना चाहिए तथा अपने निजी स्वार्थों के कारण पर्यावरण को क्षति नहीं पहुँचाना चाहिये। हमें अपने प्रकृति के बारे में पूर्णत: जागरुक होना चाहिये और इसको बनाए रखने का प्रयास करना चाहिये जिससे धरती पर जीवन हमेशा संभव हो सके।
इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए मैं कभी भी बगीचे के पेड़-पौधों और उनके फूलों को नुकसान नहीं पहुँचाता। प्लास्टिक का कम-से कम प्रयोग करता हूँ। विद्यालय से घर आते समय बचा हुआ पानी अपने बिल्डिंग के प्रागंण में लगे पेड़-पौधों पर डाल देता हूँ। हर वर्ष विद्यालय के वृक्षारोपण कार्यक्रम में भाग लेता हूँ। कम-से कम संसाधनों का प्रयोग करने का प्रयास करता रहता हूँ।
Lokbharti Solution for Class 10 Hindi Chapter 5 - गोवा: जैसे मैंने देखा उपयोजित लेखन
दिनाँक - 11 /6/ 2019
सेवा में,
व्यवस्थापक महोदय,
आयुर्वेदिक औषधि भंडार,
नागपुर।
विषय : आयुर्वेदिक औषधि मँगवाने हेतु पत्र।
महोदय,
मुझे कुछ आयुर्वेदिक औषधियों की आवश्यकता है, मेरे यहाँ किसी कारण उपलब्ध नहीं है और मुझे इनकी त्वरित आवश्यकता है। कृपया आप निम्न पते पर नीचे दी हुई औषधियों को शीघ्र भेजने का कष्ट करें।
1. अश्वगंधा वटी -15 शीशी [100 ग्राम]
2. शतावरी - 15 शीशी [100 ग्राम]
3. आमलकी - 15 शीशी [100 ग्राम]
4. मुलहटी - 15 शीशी [100 ग्राम]
पत्र के साथ अग्रिम राशि का बेंक ड्राफ्ट संलग्न है। बकाया राशि का भुगतान औषधियाँ मिलते ही ड्राफ्ट द्वारा कर दिया जाएगा।
धन्यवाद
विजय मोहिते
वरदा सोसायटी
विजयनगर,
कोल्हापुर।
ई मेल आईडी - xyz@gmg.com
Lokbharti Solution for Class 10 Hindi Chapter 5 - गोवा: जैसे मैंने देखा भाषा बिंदु
संज्ञा |
भेद |
विशेषण |
भेद |
गाय |
जातिवाचक |
भयभीत |
गुणवाचक |
पानी |
द्रव्यवाचक |
नीला |
गुणवाचक |
दूध |
द्रव्यवाचक |
दस लीटर |
परिणामवाचक |
छात्र |
जातिवाचक |
चालीस |
संख्यावाचक |
लोग |
समूहवाचक |
कुछ |
सार्वनामिक |
जमीन |
जातिवाचक |
दो गज |
परिमाणवाचक |
पानी |
द्रव्यवाचक |
वही |
सार्वनामिक |
लड़का |
जातिवाचक |
यह |
सार्वनामिक |
• भयभीत गाय - भयभीत गाय इधर-उधर दौड़ रही थी।
• नीला पानी - उस झील का नीला पानी है।
• दस लीटर दूध - रामदीन की नई भैंस रोज दस लीटर दूध देती है।
• कुछ लोग - समारोह में कुछ लोग ही उपस्थित हुए।
• दो गज जमीन - मरने के बाद भी उसे दो गज जमीन नसीब न हुई।
• चालीस छात्र - आज पिकनिक पर चालीस छात्र ही गए।
• वही पानी - यह वही पानी है,जो कल नीले रंग का था।
• यह लड़का - यह लड़का ईमानदार है।
• पतली-सी
• शीतल
• तीखी
• शांत
• रोमांचक
• शाकाहारी
• स्याह
• भयावह
• ढीली
• पथरीला
• लंबा
टैक्सी एक पतली सी सड़क पर दौड़ पड़ी।
वाक्य: पिता को देखते ही बच्ची दौड़ पड़ी।
शरीर को कुछ समय के लिए विश्राम मिल जाता है।
वाक्य: राम श्याम से मिलने जाता है।
हम आराम करने के इरादे से अपने-अपने स्यूट में चले गए।
वाक्य: एक-एक करके सारे लोग अपने घर चले गए।
फिर भी धूप तीखी ही होती जाती है।
वाक्य: अचार खट्टा होता है।
सबके बावजूद यह अपने में एक सांस्कृतिक विरासत समेटे हुए हैं।
वाक्य: मजदूर खाली बैठे हुए हैं।
इधर बच्चे रेत का घर बनाने लगे।
वाक्य: बच्चे चित्रकारी करने लगे।
अब समुद्र स्याह और भयावह दिखने लगा।
वाक्य: देखो, रास्ता दिखने लगा।
यहाँ सुबह-सुबह बड़ी मात्रा में मछली पकड़ी जाती है।
वाक्य: यहाँ सुबह-सुबह यही नाश्ता किया जाता है।
Lokbharti - X Class 10 Chapter Solutions
- Chapter 1 - भारत महिमा
- Chapter 2 - लक्ष्मी
- Chapter 3 - वाह रे! हमदर्द
- Chapter 4 - मन
- Chapter 5 - गोवा: जैसे मैंने देखा
- Chapter 6 - गिरिधर नगर
- Chapter 7 - खुला आकाश
- Chapter 8 - गजल
- Chapter 9 - रीढ़ की हड्डी
- Chapter 10 - ठेस
- Chapter 11 - कृषक का गान
- Chapter 12 - बरषहिं जलद
- Chapter 13 - दो लघु कथाएँ
- Chapter 14 - श्रम साधना
- Chapter 15 - छाया
- Chapter 16 - ईमानदारी की प्रतिमूर्ति
- Chapter 17 - हम इस धरती की संतति
- Chapter 18 - महिला आश्रम
- Chapter 19 - अपनी गंध नहीं बेचूँगा
- Chapter 20 - जब तक जिंदा रहूँ, लिखता रहूँ
- Chapter 21 - बूढी काकी
- Chapter 22 - समता की ओर