CBSE Class 10 Answered
निम्न आधार पर अपना भाषण लिखने का प्रयास करें।
जन्म : महाराणा प्रताप का जन्म 9 मई 1540 ई को मेवाड़ के राजघराने में हुआ था। उनके पिता का नाम उदय सिंह था जो उदयपुर के महाराजा थे। महाराणा प्रताप भारत के एक महान योद्धा थे। उन्हें कुंवर प्रताप के नाम से भी जाना जाता है।
हल्दीघाटी का युद्ध : 1576 ई महाराणा प्रताप और अकबर का प्रसिद्ध हल्दीघाटी का युद्ध हुआ। सन् 1576 के प्रसिद्ध हल्दीघाटी युद्ध में करीब बीस हजार राजपूतों को साथ लेकर महाराणा प्रताप ने मुगल सरदार राजा मानसिंह के अस्सी हजार की सेना का सामना किया। मेवाड़ को जीतने के लिए अकबर ने भी सभी प्रयास किए। महाराणा प्रताप ने भी अकबर की अधीनता को स्वीकार नहीं की। उन्होंने लगभग 30 वर्षों तक अकबर से संघर्ष किया।
चेतक : इनके घोड़े का नाम चेतक था जो इन्हे अत्यंत प्रिय था। युद्ध में उनका घोडा चेतक उन्हें बचाता हुआ मारा गया।
कष्टमय जीवन : महाराणा प्रताप का संपूर्ण जीवन कष्टों और मुश्किलों से भरा हुआ था। हल्दीघाटी युद्ध की विफलता के बाद उन्होंने अपने परिवार और कुछ अन्य साथियों के साथ अरावली की पहाड़ियों में शरण ली। उन्होंने जंगल और गुफाओं में बहुत कष्टपूर्ण जीवन व्यतीत किया। वे सख्त जमीन पर सोते थे तथा जंगली फलपत्तियाँ और वृक्षों की जड़ें खाकर अपना पेट भरते थे। कभी-कभी तो वह और उनका परिवार बिना कुछ खाए भूखा ही रह जाता था। परंतु इतने सारे कष्ट झेलकर भी राणा प्रताप अपने इरादों में अटल एवं अडिग रहे।
भामाशाह : उनके पुराने मंत्री और मित्र भामाशाह ने उन्हें जंगल से ढूँढ निकाला और उनके चरणों में अपनी धन-संपदा अर्पित करके उन्हें नई सेना तैयार करने की प्रेरणा दी। उन्होंने धन स्वीकार कर थोड़े ही समय में एक बड़ी सेना पुन: खड़ी कर ली। उसने अकबर के कई किलों पर पुन: कब्जा कर लिया और कई बस्तियों उनसे छीन ली पर चित्तौड़ पर कब्ज़ा न हासिल कर पाए।
मृत्यु : 19 जनवरी 1597 को भारत के इस वीर सपूत की मृत्यु हो गयी।
उनकी वीरता और देशभक्ति के कारण उनका नाम इतिहास में अमर हो गया।